लेखनी प्रतियोगिता -20-Sep-2023
नमन मंच
#दिनांक:- 20/9/2023
#शीर्षक:- आभारी हूॅ मैं।
सीधी, सादी, सलोनी, सुकोमल, राजकुमारी हूँ मैं,
चेहरे पर पर्दा,
आँखों में शर्म सी पानी हूँ मैं,
लड़की नहीं बस,
परिवार की राजदुलारी हूँ मैं।
डरपोक नहीं, तलवार चलाती नारी हूँ मैं,
पाक कला में माहिर गृहणी ,
कुशल आज्ञाकारी हूँ मैं,
शास्त्रीय वाद-विवाद में,
कभी ना हारी हूँ मैं,
अपने स्वाभिमान की अधिकारी हूँ मैं,
दानवों के लिए काली,
तो देव के लिए ब्रह्म कुमारी हूँ मैं ।
मन में आये भावो को भांपने वाली हूँ मैं,
कमजोर समझने की भूल मत करना,
अकेले दम पर बच्चों का पालनहारी हूँ मैं,
ये समाज अकेले का नहीं है,
फिर भी,
जब छोड़कर चले जाते हो,
अकेली परिवार की रखवाली हूँ मैं,
धरा सी प्रकृति, गुरुत्वाकर्षणकारी हूँ मैं ,
जगत जननी दुर्गा भवानी हूँ मैं,
खुद पर *अभिमान* है,चुलबुल सयानी हूँ मैं,
ईश्वर ने मुझे दिया है ये अनुपम दर्जा,
इसके लिए प्रभु की आभारी हूँ मैं|
रचना मौलिक, अप्रकाशित,स्वरचित और सर्वाधिकार सुरक्षित है।
प्रतिभा पाण्डेय "प्रति"
चेन्नई
Milind salve
25-Sep-2023 05:22 PM
Nice one
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Varsha_Upadhyay
22-Sep-2023 09:17 PM
Nice 👌
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Gunjan Kamal
21-Sep-2023 06:05 PM
शानदार प्रस्तुति 👌
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